हम अभी इसी वक्त चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें, नहीं तो बहुत बड़ा जुर्माना चुकाना होगा - रामजी रामेष्ट दौदेरिया

नमस्कार मित्रों 🙏🙏

समझो चीन की चाल, स्वदेशी करो इस्तेमाल 

चीन अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा आए दिन वह हमारी सीमा के अंदर घुसपैंठ करता है, भारत के खिलाफ षड्यन्त्र रचता रहता है, अब तो उस ने भारत के करीबी मित्र नेपाल को भी अपनी षड्यन्त्र का हिस्सा बना लिया है चीन अब नेपाल को भारत के खिलाफ उकसा रहा है 

चीन हमेशा से ऐसा करता आया है उस का ये रबैया बहुत पुराना है, आज चीन अपने ही बिछाए जाल में फँस चुका है सारी दुनिया जानती हैं कोरोना वायरस चीन की ही देन है यह कोई प्राकृतिक वायरस नहीं है बल्कि चीन के द्वारा बनाया गया वायरस है 

चीन ने ये इसलिए फैलाया ताकि सारे देश इस की चपेट में आए और उनकी आर्थिक स्थिति कमज़ोर हो जाए उन की अर्थव्यवस्था खत्म हो जाए 
लेकिन दुनिया को चीन के इस षड्यन्त्र का पता चल गया कोई भी देश अब चीन के साथ व्यापार नहीं करना चाहता जिन जिन देशों की कंपनियाँ चीन में थीं उन देशों ने फैसला कर लिया चीन से अपनी कंपनियाँ हटाने का और अपने देशों से चीन की कंपनियाँ भगाने का 

भारत और चीन के बीच तनाव के मुख्य कारण ये है की सारी दुनिया भारत के साथ आना चाहती हैं, जिन जिन देशों ने फैसला कर लिया चीन से अपनी कंपनियाँ हटाने का वो सारे देश भारत में अपनी कंपनियाँ लगाएगे यहीं कारण है चीन भारत से चीड़ रहा भारत से नफ़रत कर रहा दूसरा कारण यहीं भी है भारत को  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO ) का चेयरमैन बना दिया गया है अब भारत चीन का सारा षड्यन्त्र दुनिया के सामने रख देगा 

इस समय सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच टकराव की स्तिथि जारी है हमें अपनी सेना का साथ देना चाहिए लेकिन हम अब भी जागरुक नही है ये बहुत बड़ी दुर्भाग्य की बात है की हम बस टीवी पर समाचार देखते रहते हैं थोड़ी बहुत चर्चा कर लेते हैं और अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते है 
हम सोचते ये सरकार और सेना की ज़िम्मेदारी है, लेकिन ये याद रखना अगर चीन के द्वारा भारत को किसी भी प्रकार की क्षति (नुकसान ) पहुँचती है तो उस का ज़िम्मेदार हर एक भारतीय होगा, क्योंकि हम बहुत बड़े पैमाने पर चीनी समान की खरीददारी करते हैं चीन के मोबाइल इस्तेमाल करते हैं चीन के ऍप इस्तेमाल करते हैं लगभग हर भारतीय चीन का कुछ न कुछ उत्पाद ( product ) इस्तेमाल करता है जिस से चीन को करोड़ों का फ़ायदा होता है, और ये पैसे चीन भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है हमारी सेना के लिए चीन इन पैसों से हथियार गोलियाँ खरीदता या बनाता, हमारे ही पैसों से चीन अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत करता है 

हमारी ज़िम्मेदारी है की हम चीन के सामान उसके ऍप का पूरी तरह से बहिष्कार करें हमें अभी इसी वक्त चीनी ऍप अपने मोबाइल से हटा देने चाहिए मैं आप से विनती करता हूँ अभी इसी वक्त अपने मोबाइल से चीनी ऍप हटा दे और धीरे धीरे चीनी समान भी अपनी जिंदगी से हटा दे हमें अब स्वदेशी की आदत डालनी ही होगी , स्वदेशी अपनाकर हम चीन को सबक सीखा देगे और उसकी हैसियत उसे बता देगें 

हम भारतीय मूर्ख हैं ये अंग्रेज कहते थे और हम ने उन के सामने ये साबित भी किया है क्योंकि हम स्वदेशी नहीं अपनाते थे, हम अब भी स्वदेशी नहीं अपना रहें और दुनिया के सामने साबित कर रहें की हम मूर्ख हैं, चीन हमें मूर्ख ही समझता है 
अब हमें चीन को जबाब देना होगा उसे बताना होगा की हम जागरूक हैं मूर्ख नहीं ये जबाब हम स्वदेशी अपनाकर ही दे सकते हैं 
स्वदेशी अपनाकर चीन को सबक मिलेगा ही मिलेगा, साथ साथ भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी क्योंकि हम 137 करोड़ हैं जब सारे देशवासी स्वदेशी अपनाएंगे तो देश का पैसा देश में रहेगा जिससे हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो कर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी 

चीनी लोगों की चालाकी सोच हमेशा से यहीं रहीं वो अपने देश में किसी दूसरे देश का उत्पाद इस्तेमाल नहीं करता 
और एक तरफ़ हमारी घटिया सोच हम कभी अपने देश में बने उत्पाद इस्तेमाल नहीं करते 
चीन हमेशा से यहीं चाहता है व्यापार के जरिए दूसरें देशों को गुलाम बनाना ताकि वे देश चीन की हर बात ( सही हो या गलत ) का समर्थन करें 
काफ़ी हद तक चीन ने पाकिस्तान को अपना गुलाम बना लिया है पाकिस्तान अपने आप से ज्यादा अब चीन पर निर्भर है 
बिल्कुल इसी तरह की सोच चीन की भारत के बारे में है लेकिन चीन ये भूल रहा है की हम पाकिस्तान नहीं भारत है भारत, चीन ये मत भूलें ये नया भारत है ये 1962 का नहीं 2020 का भारत है हम तुम्हारी चाल को अब जान चुके है 
अब हमें संकल्प करना होगा आत्मनिर्भर और स्वदेशी बनना होगा हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी हमें आत्मनिर्भर और स्वदेशी बनने के लिए कहा है हमें अपने प्रधानमंत्री जी की बात माननी चाहिए लोकल सामान खरीदना और गर्व से उस का प्रचार भी करना चाहिए 

अब नहीं तो कब हमें अभी वचन लेना होगा संकल्प करना होगा चीनी उत्पादों के बहिष्कार का फिर कभी उसे इस्तेमाल नहीं करेगे मैं फिर अनुरोध करता हूँ कृपया अभी इसी वक्त अपने मोबाइल से चीनी ऍप हटा दीजिए 

मेरा ग्राहकों से अनुरोध है आप जब भी कुछ खरीद ने जाए किसी भी दुकान पर तो दुकानदार से ये ज़रूर बोले मुझे ये प्रोडक्ट या ये समान स्वदेशी ही खरीदना है, और स्वदेशी ही खरीदे जब हर ग्राहक ऐसा करेंगे स्वदेशी की माँग बढ़ेगी और  दुकानदार हर उत्पाद का स्वदेशी समान ज़्यादा रखेगा, भलें हमें स्वदेशी समान कुछ मंहगा मिले फ़िर भी हमें खरीदना चाहिए क्योंकि इस वक्त देश को आप की कुर्बानी की ज़रूरत हैं देश आप से कुर्बानी माँग रहा हैं और ये कुर्बानी मौत की नहीं थोड़े से पैसे की देनी है अगर स्वदेशी समान मंहगा मिले तो भी हमें खरीद लेना चाहिए बस यहीं कुर्बानी देनी है, और ये पैसा चीन    (विदेशों ) में नहीं हमारे देश ही रहेगा हमारे अपने लोगों के काम आएगा, देश का पैसा देश में रहेगा तो हमारे काम आएगा 
आज संकल्प लेते हैं हम सब भारतीय, शुरूआत करते है अभी से हम कौन - कौन से चीनी उत्पाद का बहिष्कार कर सकते हैं 

देश की आज़ादी की लड़ाई में हम नहीं थें लेकिन देश की आर्थिक आज़ादी की लड़ाई में हम हैं और हमें ये लड़ाई लड़नी चाहिए 

मैं ने अपने मोबाइल से सारे चीनी ऍप हटा दिए है और चीनी सामानों का भी बहिष्कार कर रहा हूँ और वचन लेता हूँ आगें से कभी चीनी उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करूँगा, क्या आप भी मेरे साथ ये वचन ले सकते हैं 
                           लेखक - रामजी रामेष्ट दौदेरिया 

मेरी पुस्तक कव्य कलश ( राम के मनके) काव्य संग्रह में लिखी मेरी ये कविता भी ज़रूर पढ़े 
रामजी रामेष्ट दौदेरिया 


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